20-30 साल की उम्र चीजों को समझने की उम्र होती है। अब आप धीरे-धीरे अपनी जिंदगी की पेचीदआ पहलुओं को  समझ रहे हैं। कॉलेज में जब आप थे तब अपने आप में मस्त रहते थे और छुट्टी के दिन को नाचते-गाते निकाल देते थे। लेकिन अब आप समझते हैं कि हर वीकेंड में पार्टी करना ना ही आपकी सेहत के लिए और ना ही आपके खर्चे के लिए अछा है।

आपने अपनी अडल्ट जिंदगी का पहला पड़ाव नई नौकरी पाकर और पैसा कमाना शुरू करने के साथ पार कर लिया है। अब आप अपने अगले पड़ाव के लिए तैयार हो जाइए।  ये पड़ाव है – निवेश का। 20-30 साल की उम्र खुद के फाइनेंशियल फैसलों के लिए सबसे सही समय है, और आपको निवेश करने के बारे में यहां सोचना शुरू कर देना चाहिए। इस उम्र में निवेश करना वैसा ही है जैसे हर रोज थोड़ी पढ़ाई करना। अगर आप ये करते हैं तो आपका रिजल्ट हमेशा बढ़िया आता है। बजाय परीक्षा के एक रात पहले पढ़ने या रिटायरमेंट के थोड़े पहले सेविंग शुरू करने के।

इसका ये मतलब कतई नहीं है कि आप बाहर जाना बंद कर दें। इसका मतलब है कि आप अपने मौजूदा खर्च और भविष्य की सेविंग के बीच एक संतुलन बनाएं ताकि आप भविष्य में उस तरह की जिंदगी जी सकें जिसका सपना आप ना जाने कब से देख रहे हैं। इसलिए, कहां और कैसे निवेश करें? तो आइए आपको कुछ टिप्स बताते हैं ताकि आप सही फैसला लें।

इसका ये मतलब कतई नहीं है कि आप बाहर जाना बंद कर दें। इसका मतलब है कि आप अपने मौजूदा खर्च और भविष्य की सेविंग के बीच एक संतुलन बनाएं ताकि आप भविष्य में उस तरह की जिंदगी जी सकें जिसका सपना आप ना जाने कब से देख रहे हैं। इसलिए, कहां और कैसे निवेश करें? तो आइए आपको कुछ टिप्स बताते हैं ताकि आप सही फैसला लें।

1. हर महीने का बजट बनाएं

बजट की जब बात आती है तो जाहिर है कि ये आपके लिए कोई नई बात नहीं है। ये मुमकिन है कि अपने महीने के खर्चे को एक बजट के हिसाब से खर्च करने के बारे में आप बड़ी देरी से सुन रहे हों। अभी भी, हम युवा सभी ऐसे बोरिंग सुझावों को नकारते हैं क्योंकि पूरी प्रक्रिया में समय और मेहनत लगती है। हम बचत को महीने के अंत तक टालते रहते हैं। 

बजट को एक बार सेट करना होता है जिसके बाद हर महीने छोटे-छोटे बदलाव होते हैं। एक नोट तैयार करें, एक रिमाइंडर सेट करें; इससे आपको इसे एक आदत बनाने में मदद मिलेगी। बजट बनाने से आपको अपने महीने के खर्च का अनुमान लग जाता है और आप समझ पाते हैं कि आपके लिए क्या जरूरी है और क्या गैर जरूरी है।

2. टैक्स कटने के बाद मिलने वाली वेतन का एक तय फीसदी बचाएं

कार, या यूरोप ट्रिप – हर दिन आपके पास अपनी बकेट लिस्ट में एक नया लक्ष्य आता है । बेशक, ये लक्ष्य तय समय के लिए है। इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए धीरे-धीरे बचत करना शुरू करें और फिर अपनी बचत को बढ़ाएं ताकि आप अपने भविष्य के लक्ष्य जैसे- मकान, शादी, रिटायरमेंट के लिए पर्याप्त पैसा बचा सकें। इससे आप अपने निकट भविष्य के लक्ष्यों को पूरा करने के साथ-साथ अपने भविष्य के सपनों के लिए बचत कर सकेंगे। टैक्स देने के बाद अगर आप 30 प्रतिशत सैलरी बचा रहे हैं तो इसे अच्छा कहा जाता है।

3. अपने चल रहे लोन को ध्यान में रखने के बाद ही निवेश करें

अगर आप पहले से ही कर्ज से जूझ रहे हैं तो निवेश करना मुश्किल बन जाता है । क्या आप पहले से ही कॉलेज की पढ़ाई का लोन चुका रहे हैं? साथ ही क्या आप पहले से ही क्रेडिट कार्ड की लिमिट पूरी तरह से ख़त्म कर देते हैं और पैसे कम होने की वजह से क्रेडिट कार्ड का बिल भरने में आपको परेशानी होती है? 

20-25 साल का समय अपने खर्चों को कंट्रोल करने का सबसे बढ़िया समय होता है। जहां जरूरी हो वहीं खर्च करें अन्यथा खर्च कम करें। अगर आप कर्ज के बोझ तले दबे हैं तो यूरोप की ट्रिप जाना मुनासिब नहीं होगा और अगर आप जाएंगे भी तो मजे नहीं कर पाएंगे। निवेश करने से पहले इन चीजों को जरूर ध्यान में रखें। हर चीज इसलिए ना करें क्योंकि आपके दोस्त कर रहे हैं।

4. कंपाउंड इटरेस्ट का फायदा उठाएं

कंपाउंट इंटरेस्ट समय के साथ बढ़ता है। आसान भाषा में बताएं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपने कितनी बचत करनी शुरू की है बल्कि आप बचत करनी कब शुरू कर रहे हैं। अक्सर ब्याज को कर्ज माना जाता है जो गलत धारणा है। लेकिन यहां आपको ब्याज फायदा पहुंचाएगी। मान लीजिए कि आपकी बचत बहुत कम है लेकिन ब्याज आपकी बचत को बढ़ाती जाएगी और इस तरह से आप अच्छा खासा पैसा इकट्ठा कर सकते हैं।

इसलिए अगर आप एक उम्र के बाद मोटी रकम इकट्ठा करना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप अभी से बचत करनी शुरू कर दें। क्योंकि अभी अगर आप बचत करनी शुरू कर देंगे तो जो आपको रिटर्न मिलेगा वो 10-15 साल बाद सेविंग शुरू करने के मुकाबले बहुत ज्यादा होगा ।

5. स्टॉक मार्केट में निवेश करें 

ये समय है सोच समझ के जोखिम लेने का, सेफ्टी के लिहाज से बैंक अकाउंट बढ़िया हैं लेकिन मुद्रास्फीति आपके पैसे की वैल्यू को कम कर देती है। आपके पास समय है, साथ ही आप उस उम्र में हैं जहां आप थोड़ा रिस्क  ले कर अच्छा रिटर्न हासिल कर सकते हैं। जितना ज्यादा समय आप के पास है , जोखिम उतना ही कम होगा।

6. अपने निवेश को ऑटोमेट करें

अगर आप यहां तक पहुंच गए हैं तो मुमकिन है कि आप प्रेरित हैं और निवेश करना चाहते हैं। लेकिन प्रेरणा नियम और शर्तें लागू करने की एक इकाई है। कल या वीकेंड के प्लान का क्या?

इसके लिए निवेश को ऑटोमेट करना सबसे अच्छा है। आप म्यूचुअल फंड में निवेश करके शुरू कर सकते हैं जिसमें हर महीने एक निश्चित राशि आपके बैंक खाते से अपने आप कट जाएगी। एक बार जब आप अपने निवेश को ऑटोमेट कर लेते हैं, तो आप अपने मासिक खर्च और बचत को लेकर स्पष्ट हो जाएंगे। यह आपके नेटफ्लिक्स के सब्सक्रिप्शन लेने जैसा है, एक के साथ आप मनोरंजन प्राप्त कर रहे हैं, और दूसरे के साथ, आपको एक सुरक्षित भविष्य मिल रहा है।